रंग लाएगी किसानों की मेहनत! सरकार ने कहा, 15 करोड़ टन के नए रिकॉर्ड को पार करेगा खरीफ खाद्यान्न उत्पादन
कृषि सचिव संजय अग्रवाल ने कहा कि खरीफ की बुआई सितंबर अंत तक और होगी, इससे बीते साल के मुकाबले ज्यादा उत्पादन मिलने की संभावना
इस साल अच्छी बारिश होने का असर फसल की पैदावार पर भी होता दिखाई देगा. इस साल खरीफ सीजन में देश का अनाज उत्पादन 150 मिलियन टन से ज्यादा के नए रिकॉर्ड को छूने की संभावना है. 2021-22 के फसल वर्ष (जून-जुलाई) के मानसूनी बारिश के साथ धान जैसे फसलों की बुआई बड़े पैमाने पर की जाती है, जो इस महीने के अंत तक समाप्त हो जाएगी. और अधिकांश भागों में इसकी कटाई अक्टूबर से शुरू हो जाएगी.
बीते साल का टूटेगा रिकॉर्ड
कृषि सचिव संजय अग्रवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि, "इस साल अब तक हमें अच्छी बारिश मिली है. चौथे अनुमान के मुताबिक पिछले साल कुल खरीफ खाद्यान्न उत्पादन 149.56 मिलियन टन था. चूंकि इस बार दलहन और धान के क्षेत्र में वृद्धि होने की संभावना है ऐसे में अनुमान है कि खाद्यान्न उत्पादन निश्चित रूप से पिछली बार के मुकाबले कहीं ज्यादा होगा.
15 करोड़ टन से ज्यादा की उम्मीद
उन्होंने कहा कि कृषि मंत्रालय इस साल खरीफ सीजन में खाद्यान्न उत्पादन 15 करोड़ टन से अधिक होने की उम्मीद कर रहा है, जो फसल वर्ष 2020-21 के इसी सीजन में हासिल किए गए 149.56 मिलियन टन से अधिक है. इस खरीफ सीजन के लिए देश के कुल खाद्यान्न उत्पादन का पहला अनुमान 15 सितंबर के आसपास जारी किया जाएगा.
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सितंबर अंत तक और बुआई होने की उम्मीद
अग्रवाल ने कहा कि बीते साल के मुकाबले हालांकि इस साल गर्मियों में बुआई के दौरान 10 लाख हेक्टेयर में कम बुआई हुई थी लेकिन सितंबर अंत तक ये अंतर कम होने की संभावना है, जाएगी इससे उत्पान बढ़ने की उम्मीद है. उन्होंने कहा कि इस साल 10 सितंबर तक खरीफ फसलों का कुल रकबा 1,096.70 लाख हेक्टेयर तक पहुंच गया, जबकि एक साल पहले की अवधि में यह 1,106.57 लाख हेक्टेयर था. धान और दलहन के कवरेज में मामूली वृद्धि हुई है, जबकि मोटे अनाज, कपास और मूंगफली जैसी फसलों के क्षेत्र में बड़ी गिरावट आई है. उन्होंने कहा, "हालांकि, कवरेज में अंतर कम हो रहा है क्योंकि कुछ हिस्सों में बुवाई इस महीने के अंत तक खत्म हो जाएगी. मौजूदा स्थिति को देखते हुए, हम निश्चित रूप से इस बार बेहतर उत्पादन की उम्मीद कर रहे हैं."
राज्यों से तैयारी करने की अपील
अग्रवाल ने यह भी कहा कि राज्यों को खरीफ फसलों की खरीद के लिए आवश्यक कदम उठाने के लिए कहा गया है क्योंकि कुछ राज्यों में फसलों की आवक शुरू हो गई है. उदाहरण के लिए कर्नाटक में दलहन की फसल की आवक शुरू हो गई है और राज्य सरकार को लगभग 40,000 टन की खरीद की अनुमति दे दी गई है.
10:08 PM IST